आप भी अच्छी कमाई कर सकते हें हरी-भरी जलकुंभी की खेती करके | jalkumbhi plant

jalkumbhi plant :- जलकुंभी एक पालक की तरह दिखने वाला जलीय पोधा हें जलकुंभी के पोधे को लोग बेकार और जलीय खरपतवार वाला पोधा समझते हें लेकिन यह साधारण सा दिखने वाला पोधा केंसर से लेकर डायबिटीज तक की बीमारियों में फायदेमंद हें

यह साधारण सा दिखने वाला पोधा बहुत सारे ओषधिय गुणों से भरपूर हें जों बहुत सारी बीमारियों में कारगर हें यह पत्तीदार पोधा विटामिन A , विटामिन B , प्रोटीन और भी बहुत पोषक तत्वों का भंडार हें

ईस प्लांट को लोंग सजावट के लिये भी घर में स्तेमाल करते हें बहुत से लोग जिनको ईस प्लांट के बारे में अच्छी जानकारी हें वह लोग ईस पोधे को अपने घर में भी उगाते हें और खाने में स्लाद और सब्जी के रूप में खाते हें

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यह पोधा बहुत आसानी से अपने आस-पास के तालाबो में नदियों में और किसी भी रुके हुये पानी में यह आपकों देखने को मिल सकता हें , यह साधारण सा जलीय पोधा पानी को शुद्ध करने का भी कार्य करते हें

jalkumbhi plant – जलकुंभी के बारे में सभी जानकारी

jalkumbhi kya hai

जलकुंभी एक बहुत ही खुबसूरत और सजावटी पोधा हें इसकी पत्तियाँ हरी-भरी और फुल बेंगनी कलर के बहुत ही खुबसूरत होते हें इसे लोग अपने घर में , अपने घर के पानी में , गार्डन में पानी के होज में या बगीचों में पानी के फवारे में भी लोग सजावट के लिये इसके पोधे को लगाते हें

jalkumbhi plant

जलकुंभी के पोधे की पत्तियाँ , फुल , बिज सभी कम के होते हें इसके पोधे को लोग घर में इसकी खूबसूरती के लिये के लिये सजावट के लिये लगाते हें इसके पोधे की पत्तियाँ हरी-भरी खुबसूरत होती हें और फुल भी बेंगनी रंग के बहुत ही खुबसूरत होते हें

जलकुंभी के पोधे को आप पानी में भी आसनी से उगा सकते हें और आप मिटटी में भी इसके पोधे को आसनी से उगा सकते हें

घर में जलकुंभी केसे उगाये

जलकुंभी के पोधे को आप बिज से और पोधे से दोनों से ही अपने घर में सजावट के लिये यह पोधा लगा सकते हें

घर में पानी में जलकुंभी केसे उगाये :- अगर आप अपने घर में सजावट के लिये जलकुंभी का पोधा लगाना चाहते हें तो आप बहुत आसानी से ईस पोधे को अपने आस-पास के तालाब से लाकर अच्छी तरह पोधे की सफाई करके पोधे के आकार के छोटे या बड़े टब में या किसी भी बर्तन में पोधे को छोड़ सकते हें यह आसानी से पानी में ग्रो हों जाता हें

मिटटी में जलकुंभी केसे लगाये :- अगर आप सजावट के लिये अपने घर में किसी मिटटी के घमले में या मिटटी में जलकुंभी का पोधा लगाना चाहते हें तो आप आसनी से तालाब या नदी से जलकुंभी का पोधा लाकर के इसे पोधे की ख़राब पत्तियों और जड़ को हटा कर के पोधे को मिटटी में लगा सकते हें और साथ में ही पोधे की सिचाई कर दे

मिटटी में पोधा लगाने के लिये आप छोटी साइज़ का पोधा ही काम में ले , जायदा बड़ा पोधा मिटटी में आसनी से ग्रो नहीं होगा जहा भी आप मिटटी में पोधा लगाये वहा आप घमले में आप बराबर मात्रा में { रेतीली मिटटी , वेर्मी कम्पोस्ट , सडी हुई गोबर की खाद } मिला कर घमले में भरे

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बिज से जलकुंभी उगने का तरीका

अगर आप अपने घर में सजावट के लिये जलकुंभी का पोधा लगाना चाहते हें तो आप आसानी से पोधे से और बिज की सहायता से यह पोधा उगा सकते हें इसका बिज भी आपको आसानी से ऑनलाइन मिल जायेगा

बिज खरीदने के लिये आप यहाँ दिए गए लिंक से बिज आसानी से खरीद भी सकते हें आप बिज को खरीदने के बाद में बिज को पानी में बीगो कर के रात में रख दे और अब आप बीजो को निकल कर एक सूती-कपडे पर रखदे और ऐसे स्थान पर रखे जहा धुप ना हों जब बिज का अंकुरण हों जाये और बिज से छोटी- छोटी पत्तियाँ निकलने लग जाये तब आप इसे किसी भी बरतन में दल सकते हें

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जलकुंभी पोधे के लिये आवश्यक बाते

जलकुंभी के पोधे को अधिक मात्रा में पानी की आवश्यकता होती हें इसके लिये आप पोधे की सिचाई का विशेष ध्यान रखे

  • 4 से 5 घंटे की धुप मिलनी आवश्यक हें
  • ईस पोधे को पानी की आवश्यकता होती हें घमले में कोई भी छेद ना रखे
  • हर दुसरे दिन घमले में पानी डाले
  • बिना आयुर्वेदिक चिकित्षक की सलाह के इसका सेवन ना करे
  • पोधे की पिली पत्तियों को घमले से समय समय पर निकलते रहे
  • jalkumbhi plant
जलकुंभी के फायदे – jalkumbhi benifits

jalkumbhi plant : – जलकुंभी का पोधा एक जंगली पोधा होता हें जों दिखने में पालक के पत्ते की दिखाई देता हें यह पोधा नदी – नालो – तालाबों में बहुत ही आसानी से उग जाता हें ईस जलकुंभी के पोधे के बहुत सारे ओसधिय फायदे हें जिनकी जानकारी के बिना लोग इसके पोधे को खरपतवार की तरह निकलकर फेक देते हें

यहाँ हम आपकों जलकुंभी के सभी तरह के फायदों के बारे में जानकारी देंगे जिसकी जानकारी के बाद में आप इसके पोधे को घर में भी उगाने की कोशिश जरुर करेंगे इसके सभियो फायदों की जानकारी आपकों यहाँ मिलेगी

बीपी में जलकुंभी के फायदे

जलकुंभी की पत्तियों में प्रचुर मात्रा में पोटेशियम , मैग्नीशियम , केल्शियम होता हें ये सभी BP से पीड़ित मरिजोप के लिये बहुत ही फायदेमंद होता हें हाई-बीपी से पीड़ित व्यक्ति अगर इसकी पत्तियों का सेवन करते हें तो BP की समस्या में अच्छा ;लाभ मिलता हें

खासी , जुखाम , बुखार में जलकुंभी के फायदे

जीन लोगों में इम्युनिटी पॉवर कमजोर होता हें ऐसे लोगो में खासी , जुखाम हल्का सा मोसम परिवर्तन होने पर ही हों जाती हें , जों लोग जलकुंभी की साफ पत्तियों का सेवन सलाद के रूप में या और रूप में करते रहते हें उनकी इम्युनिटी पॉवर भी बढता हें और भी बहुत सी बीमारियों में लोगो को लाभ मिलता हें

अस्थमा में फायदे

जलकुंभी की पत्तियों का सेवन करने से अस्थमा की समस्या में भी अच्छा लाभ मिलता हें अस्थमा की बीमारी से पीड़ित लोगों को विटामिन C का सेवन करने की सलाह दी जाती हें , जिसमे परचुर मात्रा में विटामिन C पाया जाता हें , अस्थमा से जुडी और भी बहुत सारी बीमारियों में भी जलकुंभी की पत्तियों का सेवन करने से अच्छा लाभ मिलता हें

अल्जाइमर में फायदे

जिन लोगो की यददास्ती कमजोर होती हें उन लोगों के लिये जलकुंभी के पत्तियों का सेवन करना लाभदायक होता हें जलकुंभी का उपयोग खाने में करने से यदादास्ती की समस्या में अच्छा लाभ मिलता हें

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