Amla ki kheti | आंवले की बागबानी केसे करे , अच्छे पैदावार के लिये क्या करे पूरी जानकारी

Amla ki kheti – आज यहाँ आपकों जानकारी मीलेगी आंवला की खेती के बारे में जिससे आप आसानी से आंवला की बागबानी कर सकते हें और अच्छा लाभ कमा सकते हे आंवले के फल में सभी प्रकार के पोषक तत्वों की अच्छी मात्रा होती हे आवला विटामिन c से भरपूर 1 गुणकारी फल हे जो मानव के शरीर में होने वाले सभी रोगो को भगाने का काम करता हे आंवले का सभी प्रकार की ओसधियो में आज भी प्रयोग किया जाता हे

आवला विटामिन का भरपूर स्रोत है अधिक पैदावार और अधिक लाभ कैसे ले ईसकि पूरी जानकारी आपको यहा मिलेंगी ,आंवले का पौधा भारत में सभी जगह पाया जाता हे आंवले की मांग अब दिन प्रति दिन बढ़ती जा रहीं हे

जिससे आंवले की खेती करने में भी किसानो का रूझान बढ़ने लगा हे आंवले की खेती कम लागत और कम खर्च में अधिक आय देने वाली फसल के तोर पर अपनाई जा रही हे

आज भी किसानो को आंवले की खेती की पूर्ण जानकारी नहीं होने के कारण किसान इसकी खेती सही तरह से नहीं कर पा रहे हे

amla ki kheti – के बारे में सभी तरह की जानकारी

किसानो को आंवले के बारे में सभी जानकारी यहाँ से मिल जाएगी, जिससे आंवले की खेती करने वाले किसानो को आंवले की खेती की सम्पूर्ण जानकारी यहाँ दी जा रही हे जिससे सभी किसान लाभान्वित हो सके

आंवले की खेती के लिए जलवायु

आंवले की खेती सभी तरह की जलवायु में की जा सकती हे परन्तु आवला की खेती के लिए शुष्क जलवायु को सबसे उत्तम मन जाता हे आंवले का पौधा सभी तरह की जलवायु में उगाया जा  सकता हे

आवला 1 डिग्री से लेकर 49 डिग्री सेंटीग्रेट तक के वातावरण में उगाया जा सकता हे आवला नमी वाले और सुखे  इलाको में भी अच्छी पैदावार देता हे

मिटटी की तैयारी
आंवले क़ी फसल के लिए ph 5.5 से 9.5 तक होना चाहिए अच्छी फसल लेने के लिए हलकी और दोमट मिटी जिसमे जल निकास की उचित व्यवस्था होनी चाहिए आंवले को हर किसम की मिट्टी में लगा सकते हे

लेकिन भारी जमीन में रेतीली जमीन में इसकी खेती नहीं करनी चाहिये

आंवले की अच्छी किस्मे

  • कृष्णा
  • चकैया
  • बनारसी
  • फ़्रांसिसी
  • कंचन नरेंदर
  • गंगा
  • na 6 na 7 na 10  ये सभी व्यवसायिक किस्मे हे लकिन चकैया और बनारसी किस्मे अधिक लाभकारी हे
  • आगरा से निकली बलवंता आवला और गुजरात से निकली आनंद  आनंद 2 भी अच्छी किस्म हे

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पौध के लिये गड्ढे तैयार करना

आंवले के पौधे को लगाने के पहले आप मई जून के महीने में गड्डो की खुदाई 1 मीटर की लम्बाई चौड़ाई के गोले में करे इन खोदे गये गड्ढो को 20 दिन के लगभग धुप लगने के लिए खुला छोड़ दे

आंवले के पौधे के बिच में 6 से 8 मीटर का फासला जरूर रखना चाहिए पौधे लगाने के पहले गड्ढो में 10 से 15 किलो तक गोबर की सड़ी खाद और 1 किलो निम् की खली डालें

Amla ki Kheti – में काम में आने वाली खाद और उर्वरक

  • 50 कुंतल गोबर की सड़ी खाद
  • 20 किलो निम् खली
  • 20 किलो अरंडी की खली

सभी को मिला कर के प्रति पौधा साल में दो बार देना आवश्य्क हे

  • प्रति वर्ष 100 ग्राम नाइट्रोजन
  • 50 ग्राम फास्फोरस
  • 50 ग्राम पोटास

प्रति पौधा पोषण के लिए देना आवशयक हे

ईस मात्रा को प्रति वर्ष  दुगना करते रहना चाहिये जिससे पौधे का विकास होता रहे गोबर की पूरी मात्रा नत्रजन की आधी मात्रा फास्फोरस पोटास की  पूरी मात्रा फरवरी माह में फूल आने के समय ही खेत में बिखेर देना चाहिये नत्रजन की आधी मात्रा को जुलाई के समय पौधे में डालना चाहिये

आंवले के पौधे की सिचाई

आंवले में सिचाई की कम आवश्कता होती हे गर्मी में जहा आप 15 दिन में पौधे में सिचाई करते हे वही सर्दी में 30 में आप को सिचाई करनी चाहिए फूल आने के समय सिचाई नहीं करनी चाहिए

अगर आप टपक सिचाई अपनाते हे तो खरपतवार की समस्या नहीं होती हे और उपज अच्छी होती हे बरसात ख़तम होने के बाद पौधे के चारो और मेर बना देनी चाहिए जिससे पौधे में नमी बानी रहती हे

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पेड़ की कटाई छटाई 

तीन से चार मुख्य तनो को छोड़ कर के सभी छोटी सखाओ को और सुखी टहनियों को हटा देना चाहिए
फूल आने के बाद पौधे की अच्छी तरह से निराई गुड़ाई नकार के खरपतवार को निकल देना चाहिए

Amla ki kheti – कीट नियंत्रण

छाल खाने वाला किट 
जहा पौधे की देखभाल नहीं होती वह यह रोग जयादा होता हे इसकी रोकथाम के लिए पानी में मिटटी का तेल मिला कर पेड़ के तने पर छिड़काव करना चाहिए

माहु 
यह पत्तियों का रस चूसने वाले किट होते हे इनकी रोकथाम के लिए निम् तेल या निम् की पतियों के पानी का छिड़काव करना चाहिए

आँवला के पौधे – यहाँ से खरीदिये

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सहफसल आधारित खेती 

आवला की खेती ऐसी खेती हे जिसमे हम पौधे के निचे कोई भी फसल हम ऊगा सकते हेआंवले के पौधे की पत्तिया 4 महीने तक पौधे पेर झड़ने के बाद नहीं आती हे  जिस समय हम कोई सी भी फसल आंवले के पोधो के मध्य ऊगा सकते हे जिस से हम खाली समय में दूसरी फसल से आय प्राप्त कर सकते हे

जैविक आंवले का उत्पादन 
आंवले के फलो का उपयोग ओसधिया गुणों दवाओं शरीर में होने वाली सभी बीमारियों जैसे -बालो की चेहरे की पेट से सम्बंदित शरीर की सभी बीमारियों से लड़ने की ताकत आंवले के सेवन से हमें मिलती हे

फल की तुड़ाई और उपज 

आंवले के अच्छी तरह पाक जाने के बाद ही इसकी तुड़ाई करनी चाहिए सामान्य तोर पर amla ki kheti में 8 से 10 साल के पौधे के 150 से 200 किलो तक आंवले आसानी से प्राप्त हो जाते हे अधिक फल के लिए पोषण का ध्यान रखना जरुरी है

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उम्मीद करते हे की हमारे दवरा दी गई जानकारी आप को अच्छी लगी हो हम कम लागत में  किसान कैसे अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हे ऐसी जानकारी आप के लिए लाते रहेंगे  – Amla ki kheti

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