प्याज की खेती में अच्छे लाभ के लिये करे फंगस और किट रोगों का नियंत्रण | best fungicide for onions

प्याज की खेती में अच्छे लाभ के लिये करे फंगस और किट रोगों का नियंत्रण | best fungicide for onions

नमस्कार किसान भाईयो आज हम आपकों यहाँ जानकारी देने वाले हें प्याज की खेती में रोंग और किट के बारे में जिससें आप अच्छा उत्पादन ले सकते हें

प्याज की खेती में कई प्रकार के रोग और किट नुकशान पहुचाते हे लेकिन सबसे ज्यादा नुकसान फंगस जनित रोगों से होता हें

यहाँ हम आपकों प्याज की खेती में उपयोग में किये जाने वाले कवकनाशी ( फंगीसाइड ) और इन्सेकटी साईड के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे जिससे आप भी प्याज की खेती में आसानी से इनका उपयोग करके प्याज में होने वाले पीलेपन और सुखा की समस्या का नियंत्रण करके अच्छा उत्पादन और लाभ ले सकते हें

यहाँ आपकों हम 5 से ज्यादा ऐसे अच्छे कवकनाशी की और कीटनाशक की जानकारी देंगे जिन्हें आप आसानी से बाजार से खरीद सकते हें और उपयोग कर सकते हें

Best fungicide for onions – प्याज की खेती में रोग नियंत्रण

ईन सभी फंगीसाईड का उपयोग करके आप अपने प्याज की फसल में सबसे ज्यादा नुकशान पहुचाने वाले पीलेपन रोग से , फंगस जनित रोग से , पत्तियों के सूखने वाले रोग से , प्याज में थ्रिप्स रोग से आप अपनी फसल की शुरक्षा कर सकते हें और अच्छा उत्पादन लेकर अच्छा लाभ कमा सकते हें

प्याज में नुकसान पहुचाने वाले रोंग

  • फंगस जनित रोग
  • पोध गलन रोग
  • थ्रिप्स रोग
  • प्याज में पीलापन रोग
  • प्याज में झुलसा रोंग
  • प्याज में जलेबी रोग की दवा

पोध गलन रोग

प्याज की फसल में यह आर्द्र विगलन रोंग प्याज की नुर्सरी की अवस्था में लगता हें यह रोग नुर्सरी की अवस्था में प्याज के तने के भाग में लगता हें जिससे नुर्सरी गलकर और सडकर मरने लगती हें ईस रोग से बचने के लिये आप नुर्सरी की बहाई के समय ही उत्तम बिज का चुनाव करे और बिज का बिज उपचार जरुर करे जिससे यह रोग आपकी नुर्सरी में नहीं आयेगा , इस रोग से बचने के लिये आप नुर्सरी को जमीन से थोड़ी उचाई पर बनाये जिससे ज्यादा समय तक पानी क्यारी में नहीं रहेगा और यह रोंग हमारी नुर्सरी में नहीं आयेगा

रोग का नियंत्रण केसे करे

आपकी फसल को और नुर्सरी को गलन रोग से बचने के लिये समय समय पर दवाइयों का स्प्रे करते रहे जिनमे पहले नंबर पर हें कार्बेन्डाजिम 12% + मैंकोजेब 63% WP जिसका आप 60 ग्राम की मात्रा का स्प्रे 15 लीटर की टंकी में मिलाकर के सप्रे करे दुसरे नंबर पर हे मैंकोजेब 63% + मेटालैक्सिल 8% WP की 60 ग्राम की मात्रा को आप 15 लीटर पानी में मिलाकर के स्प्रे करे यह आप यहाँ से ONLINE भी खरीद सकते हें

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Carbendazim 12% + Mancozeb 63% WP

मैंकोजेब 63% + मेटालैक्सिल 8% WP

प्याज में थ्रिप्स और एफ़िड्स रोग

प्याज की फसल में थ्रिप्स रोग से भी बहुत अधिक नुकशान होता हें यह रोग प्याज की फसल में नुर्सरी से क्यारी में रुपाई करने के बाद में फसल पर आता हे अगर आप समय पर अपनी प्याज की फसल में दवाइयों का स्प्रे करते हें तो यह रोग आपकी फसल में नुकशान नहीं पहुचायेगा और आपकी फसल पूरी तरह रोग रहित रहेगी

रोग का नियंत्रण केसे करे

प्याज में थ्रिप्स और एफ़िड्स रोग से बचने के लिये आप समय समय पर आप आवश्यक कीटनाशक का स्प्रे जरुर करे , इसके लिये आप थ्रिफ्स किट का नियंत्रण करने के लिये प्याज में थ्रिप्स की दवा ( actara , lancer gold , Confider , Regent , ) जेसे कीटनाशक कों अपनी फसल पर समय समय पर स्प्रे करके लाभ ले सकते हें एफ़िड्स जेसे कीटनाशक के नियंत्रण करने के लिये आप फसल पर ( Oberon , Omite , Abacin , ) का स्प्रे करके लाभ ले सकते हें

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प्याज में झुलसा रोग

प्याज की फसल में झुलसा रोग से भी बहुत अधिक नुकशान होता हें यह रोग फसल में कुछ परिस्थितियों में अचानक से दिखाई देता हें ईस रोग से प्याज की फसल मे पत्तियों पर पीले , नारंगी , सफेद कलर के दब्बे दिखाई देता हें धीरे धीरे जब यह दब्बे पूरी पत्तियों पर फेल जाते हें और पत्तिया पूरी जली हुई दिखाई देती हें ईस रोग में प्याज की फसल पूरी तरह बर्बाद हो जाती हे अगर आप इसका समय पर नियंत्रण नहीं करते हें

रोग का नियंत्रण केसे करे

यह रोग फसल पर 15 दिन की फसल के बाद से ही दिखाई देने लगता हें ईस रोग के नियंत्रण के लिये आप अपने खेत में कार्बेन्डाजिम 12% + मैंकोजेब 63% WP का स्प्रे करे, ईसका स्प्रे आप प्रति एकड़ में 300 से 400 ग्राम की मात्रा का करके अच्छा लाभ ले सकते हें या आप क्लोरोथालोनिल 75% WP या आप Thiophanate methyl का स्प्रे आप अपनी फसल पर करके अच्छा लाभ ले सकते हें

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Downey Mildew रोग

ईस रोग के प्रभाव से प्याज पत्तिया उपर से सफ़ेद , और , पीली होने लगती हे और धीरे धीरे यह उपर से निचे की तरफ बड़ने लगते हे यह प्याज की पत्तियों पर रुई के रोये की तरह दिखाई देता हें यह रुई की बडवार धीरे धीरे पत्तियों से प्याज के कंद तक पे फेल जाता हे और प्याज सड़ने भी लगता हें

यह फंगस से होने वाला रोंग हे इसे आप समय पर अपनी फसल पर फंगस और किट का नियंत्रण करके रोक सकते हें

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प्याज में जलेबी रोग

जलेबी रोग प्याज में लगने वाला एक बहुत ही ख़राब और खतरनाख रोग हें जब यह रोग प्याज की फसल में आने लगता हे तब यह प्याज की पूरी फसल को भी बर्बाद कर सकता हें ईस रोग में प्याज की पत्तियां पूरी टेडी मंदी हो जाती हें और पत्तिया पिली होकर सूखने लगती हें पत्तियों पर काले भूरे धब्बे भी दिखाई देने लगते हें और हमारे प्याज का उत्पादन पूरी तरह कम हो जाता हें

ईस रोग से प्रभावित फसल को भी आप ज्यादा समय तक स्टोर करके नहीं रख सकते हें

प्याज में जलेबी रोग की दवा

प्याज की फसल में जब भी जलेबी रोग का हल्का सा भी प्रभाव दिखाई दे तब ही आप अपनी प्याज की फसल में कॉपर ऑक्सिक्लोराइड या इंडोफिल -M 45 का स्प्रे करे

अच्छे लाभ के लिये आप कॉपर ऑक्सिक्लोराइड या इंडोफिल -M 45 की 500 ग्राम के लगभग की मात्रा का प्रति एकड़ में स्प्रे करे और लम्बे समय तक अच्छे परिणाम के लिये आप किसी भी चिपकने वाले पर्दार्थ का उपयोग जरुर करे ,आप दुबारा अपनी फसल पर इनका स्प्रे 10 से 15 दिन के बाद में करे

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प्याज की खेती में कौन सा खाद डालें

प्याज की खेती में सबसे अच्छी खाद की बात करे तो प्याज में अच्छी पैदावार के लिये आप नाइट्रोजन आधारित खाद का उपयोग करके अच्छा उत्पादन ले सकते हे इनमे आप यूरिया , अमोनियम सल्फेट , अमोनियम नाइट्रेट का उपयोग कर सकते हें

प्याज की खेती में अच्छे लाभ के लिये करे फंगस और किट रोगों का नियंत्रण | best fungicide for onions

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