हॉप शूट्स की खेती – भारत की सबसे महँगी सब्जी | खेती कैसे करे | hops Shoots in india

hops shoots in india – क्या आप ने सुना हे की कोई सब्जी भी हजारो रूपये किलो हो सकती हे तो यह सही हे इस सब्जी का नाम हे hposhoots हॉप शूट्स जो आज के समय में सबसे महंगी सब्जी हे इसको खरीदने के लिए अमीर व्यक्ति भी एक बार जरूर सोचते है,

यह एक सब्जी ही नहीं एक हर्ब ( ओसधियो ) में भी हे इसके पौधे को उगाने के लिए आप को गर्म वातावरण की आवश्यकता होगी हमारे देश में अभी हॉप्स- शूट्स की खेती बहुत ही कम की जाती हे,

हॉप शूट्स के नाम से इस सब्जी को जाना जाता है हम इससे सब्जी , आचार , जूस , पेय पर्दार्थ , बहुत सी खाने वाली चीजों में इसका उपयोग कर सकते हे  हॉप शूट्स का अधिक उपयोग शराब बनाने में सब्जियों में और ओसधियो में किया जाता हे,

इसकी अभी अंतरास्ट्रीय बाजार के साथ भारत के बाजार में भी बहुत अधिक मांग हे हॉप्स शूट्स का सेवन आप की सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद हे,

hops in india
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हमारे किसान विलेज ब्लॉग पर में आप को ( hops in india ) हॉप शूट्स के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दी जाएगी जिससे आप

  • हॉप शूट्स कया है
  • हॉप शूट्स खाने के फायदे
  •  हॉप शूट्स का उपयोग कैसे करे
  • हॉप शूट्स का आयुर्वेदिक और ओसधिया लाभ
  • इसके पौधे को कैसे लगाए
  • इसकी खेती आप कैसे कर सकते है
  • पौधे कैसे तैयार करे
  • हॉप्स की खेती के लिए – समय
  • जलवायु
  • खाद और उर्वरक की पूर्ति
  • किट और रोग की रोकथाम

यह सारी जानकारी इस पोस्ट में आप को आगे मिलेगी – hops-shoots-in-india,

 हॉप शूट्स क्या हे – hops shoots in india 

हॉप शूट्स के पौधे के सही विकास के लिए गर्म वातावरण अच्छा रहता हे हॉप्स शूट्स का अधिक उपयोग आयुर्वेदिक दवाओँ और ओसधिया में किया  जाता हे बहुत अधिक मात्रा में शराब बनांने में भी  HOPSHOTUS का उपयोग किया जाता है ,

हॉप्स शूट्स का और भी आयुर्वेदिक और ओसधिया लाभ है अधिक सर्दियों में हॉप शूट्स के सिरे जल जाते हे इसका विकास सर्दियों में बहुत ही कम हो जाता हे हलकी नमी और अच्छी धुप इसके पौधे के विकास के लिए बहुत ही अच्छी होती हे,

हॉप शूट्स को खाने के फायदे

हॉप शूट्स में मिलने वाले पोषकतत्व कैंसर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता हे इसके सेवन से अनिंद्रा , बेचैनी , चिंता दूर होती  हे यह चिंता के प्रभाव को कम करता हे इसका अर्क बनाकर पीने से नीद नहीं आने की समस्या भी ठीक हो जाती हे इसके सेवन से आप टीबी के प्रभाव को कम कर सकते हे,

हॉप शूट्स के सेवन से चेहरा चमकदार होता हे हॉप शूट्स में कैंसर की कोशिकाओं को रोकने के गुण विधमान होते हे जो कैंसर को रोकने में सहायक होते हे,

हॉप शूट्स पेट की और भी समस्या को दूर करने में सहायक हे यह पेट की पाचन की समस्या , भूख बढ़ाने में , शराब के सेवन को रोकने में , टीबी के रोग में भी इसकी बनी दवाये बहुत कारगर होती हे,

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हॉप शूट्स खेती का – समय 

HOP शूट्स की खेती में भी समय और मौसम का बहुत ही बड़ा महत्व हे अगर समय पर हॉप्स की खेती की जाये तो आप बहुत अच्छा उत्पादन ले सकते है हॉप्स की खेती के लिए सबसे अच्छा समय मार्च से जून तक का है नमी और सूर्य का प्रकाश इसकी खेती में सबसे अच्छा रहता है,

हॉप शूट्स खेती में – भूमि का चुनाव

हॉप शूट्स की खेती के लिए चिकनी दोमट मिटटी सबसे अच्छी होती हे जिनमे पानी का निकास अच्छा होना चाहिए इसकी खेती आप नदियों वाले इलाको में भी कर सकते हे,

लेकिन जहा पौधे की जड़ें पानी में डूबी होगी वहा पर इसकी खेती नहीं कर सकते हे जहा भी आप इसकी खेती करेंगे वहा पर जमीन में अच्छी खाद और पोषक तत्व अधिक मात्रा में होने चाहिए,

हॉप शूट्स खेती में – जलवायु , वातावरण

हॉप शूट्स की खेती को आप सभी तरह की जलवायु में आसानी से कर सकते हे लेकिन वह मौसम और तापमान सबसे अच्छा होत हे जब तापमान गर्मियों में 15 डिग्री सेल्सियस से 20 डिग्री सेल्सियस औसत के मध्य होता हे तब आप हॉप शूट्स की खेती वहा आसानी से कर सकते है,

गर्मियों में सिचाई की अच्छी व्यवस्था होने पर तापमान थोड़ा अधिक भी होने पर भी आप हॉप शूट्स की खेती आसानी से कर सकते हे परन्तु बरसात के अधिक होने पर पौधे के संकु का विकास अच्छी तरह नहीं होता हे बरसात पौधे के लिए परेशानी उत्त्पन करती हे,

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किस्म का चुनाव – hops in india

हॉप शूट्स की खेती को आप व्यवसाइक तोर पर कर सकते हे इसकी भी बहुत सी किस्मे हे जो अलग अलग तापमान और जमीन में अच्छा उत्पादन देती हे जिसका आप अपने क्षेत्र में लगा सकते हे हाइब्रिड-2, लेट कलस्टर , गोल्डन कलस्टर हॉप शूट्स की अच्छी किस्मे हे,

 पौधे कैसे तैयार करे – hops shoots in india 

हॉप शूट्स की खेती के लिए आप पौधे बीज से या कलम दोनों ही तरह से तैयार कर सकते हे लेकिन कलम , लेयर द्वारा तैयार पौधे ही सबसे अच्छे रहते हे इसकी खेती के लिए कलम पौधे ही काम में लेने अच्छे होते हे,

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पौधे का रोपण कैसे करे – कब करे 

hopshoots की खेती फरवरी , मार्च से जून के मध्य में करना अच्छा रहता हे हम पतझड़ के मौसम में अगर इसकी खेती करते हे तो सर्दी में पौधे का विकाश अच्छा होता हे और पौधा उत्पादन भी अच्छा देते है,

पौधा जब भी आप लगाए तब उसकी सिचाई जरूर करे हलकी नमी के साथ में अगर पौधे को धुप भी मिलेगी तो आप का पौधा बहुत ही जलधि विकाश करेगा इसकी पत्तिया हरे कलर की होती है लेकिन शुरुआत में इनका कलर बैंगनी होता है,

पौधे के मध्य दुरी

अलग अलग विधियों में पौधे की साइज 2 , 3 मीटर से 6 मीटर के लगभग तक होती है हॉप शूट्स के पौधे को अलग वातावरण में अलग अलग विधियों में लगाया जाता है,

जिनकी दुरी ( 2 गुना 2 मीटर ) , ( 1.5 गुना 2 मीटर ) या ( 2 गुना 2.5 मीटर ) रखना अच्छा होता है इसके पौधे अलग अलग किस्मो के आधार पर अलग अलग दुरी पर लगाए जाते है जिनकी उचाई भी अलग अलग होती है,

 खाद और पोषण की आवश्यकता 

अगर आप होपशूटस की खेती करने वाले है तो आप को जमीन में उचित खाद और पोषण की पूर्ति करना आवश्यक होता है हलकी जमीन में इसकी खेती करना संभव नहीं है अच्छे पोषण के साथ खेती करने पर इसकी खेती में हम अच्छी आय कर सकते है,

अच्छे उत्पादन के लिए हमें खेत में 20 से  25 टन के लगभग गोबर की खाद , 2 बेग नाईट्रोजन , 200 किलो के लगभग ( ssp ) सिंगल सुपर फास्फेट , 150 से 200 किलो ( mop ) म्यूरेट ऑफ़ पोटास का उपयोग आप प्रति हेक्टेयर खेत में कर सकते है,

यह सभी दी गई खाद की मात्रा खेत में देने के पहले आप अपने खेत की मिटटी का पर्शिक्षण जरूर करवाए जिससे आप को अपनी खेत की मिटटी का पता चल जाएगी की जिसमे कौन से खाद की आवश्यकता अधिक है जिसका ही उपयोग आप अपने खेत में करेंगे , मिटटी पर्शिक्षण से आप को खाद की लागत कम हो जाती है,

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होपशूटस की खेती में खाद को बुहाई के पहले सभी को अच्छी तरह मिक्स करके खेत में बिखेर देनी चाहिए,

 फसल में लगने वाले किट और रोग –  hops shoots in india

रोमिल

यह रोग पौधे की नई शाखाओ पर पत्तियों पर और पके हुए शंकुओं पर अधिक प्रभाव होता हे इस रोग की रोकथाम के लिए आप रोगग्रस्त भाग को पौधे से अलग कर दे और बोडो मिश्रण का स्प्रे हर  15 से 20 दिन के अंदर पौधे पर फूल पकने के पहले करते रहे यह स्प्रे आप 2 से 3 बार ही कर सकते हे,

विल्ट –

यह रोग मिटटी में से पौधे पर आते हे नए पत्तो और शाखाओ पर इसका प्रभाव बहुत अधिक होता हे  इस रोग की रोकथाम के लिए पौधे को खेत से निकलना ही अच्छा रहता हे,

फूल आने का समय

होपशूटस में फूल जून के महीने के लगभग में आते हे कुछ समय बाद पौधे पर फूल बढ़ते हे और फूल खिल कर पत्तिया झड़ने लगती हे और एक शंकु बनता हे इसकी तुड़ाई भी अच्छी तरह करनी चाहिए जिससे आप का उत्पादन भी बढ़ेगा,

फूलो की तुड़ाई कैसे और कब करे

होपशूटस की तुड़ाई अगस्त से सितम्बर के अंदर ही की जाती हे इसके शंकुओं की तुड़ाई हम पिले रंग के होने पर और सुगंध का पूरी तरह विकास होने पर पर ही करे,

उत्पादन – hops in india

2 से 3 साल के पौधे से अच्छा उत्पादन हमें मिल सकता हे होपशूटस की गीली और सुखी पैदावार में ( 4 : 1 ) का अंतर होता हे,

हॉप शूट्स की प्रोसेसिंग

होप्शूट के शंकुओं की तुड़ाई के बाद प्रोसेसिंग के समय तापमान की आवश्यकता विशेष होती हे इनको सूखने के लिए शुरूआती तापमान 35 डिग्री के लगभग की आवश्यकता होती है जल्दी सुखाने के लिए आप मात्रा के अनुसार तापमान को बड़ा सकते हे,

आशा करते हे आप को हमरे द्वारा दी गई जानकारी अच्छी लगी हे हॉप शूट्स की खेती – भारत की सबसे महँगी सब्जी | खेती कैसे करे | hops shoots in india,

2 thoughts on “हॉप शूट्स की खेती – भारत की सबसे महँगी सब्जी | खेती कैसे करे | hops Shoots in india”

  1. मै भी hop shoot की खेती करना चाहता हूँ मैं बिहार के नवादा जिले से हूँ मै भी इसकी खेती करना चाहता हूँ कृपया बताएं की ईसका बीज़ कहाँ मिलेगा अगर आप के पास है तो मुझसे समपर्क करे 9661479381

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